Wednesday, March 24, 2010
बम्बई ....मुंबई ...मायानगरी .....माया और सपने के संबंधों को जानने -समझने की कोशिश कर रही हूँ ,कोई अपना नही लगता हुआ भी औरो -सा लगता है सब अपना ......... बम्बई के बारे में बहूत सुना था कि ऐसा है ...वैसा है ,पर मैंने समझा भी और जाना भी, उतना भी बुरा नही है ......... पर अपने सपने को सच करने के चक्कर में हर दूसरा आदमी मायानगरी कि माया में ........... और अब मैं भी उसी कि हिस्सा बनती जा रही हूँ ........क्योकि सफलता चाहिये यानि पैसा चाहिये लेकिन अपने शर्तो पर ,सफलता == और ==पैसा का बड़ा सम्बन्ध है ? कितना ...? अभी तक तो मालूम नही हैं ................
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